रेलकर्मियों को गुमराह कर मेंस कांग्रेस का सवेंभु महासचिव बनने का दावा करने वाले प्रह्लाद सिंह को मेंस कांग्रेस खड़गपुर डिवीज़न के सन्तरगाची शाखा सचिव मोहम्मद मुस्ताक ने नवटंकी करार दिया।
मोहम्मद मुस्ताक ने बताया कि वर्ष 2016 में मेंस कांग्रेस का अंदरूनी विवाद से संबंधित एक सिविल मामला 41/2016 अलीपुर न्यायालय कोलकाता में विचाराधीन था जिसे मेंस कांग्रेस के वर्तमान महासचिव ने माननीय न्यायालय में आवेदन दे कर बंद करने का अनुरोध किया था जिसपर तत्कालीन महासचिव पर लगा रोक न्यायालय ने हटा दिया जिसको प्रह्लाद सिंह रेलकर्मियों के बीच दूसरे रूप से पेस कर रहे।
प्रह्लाद सिंह पिछले दो वर्षों से मेंस कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य भी नही है और वर्तमान में एक मजदूर संगठन के जोनल अध्यक्ष पद पर पिछले 14 माह से कार्यरत है।
प्रह्लाद सिंह के द्वारा महाप्रबंधक को लिखे पत्र को आज 20 दिन से ज्यादा होने के बावजूद रेल प्रशासन इसपर कोई कार्यवाही नही कर रही क्योंकि मेंस कांग्रेस का दुवार्षिक चुनाव वर्ष 2018 में ही टाटानगर में सम्पन्न हुआ था ।
इसलिए ये मेंस कांग्रेस के मोह में एसा गतिविधियों को हवा दे कर प्रहलाद सिंह अपने संगठन ( मज़दूर संघ ) के कार्यकर्ताओं से भी विश्वासघात करने का काम कर रहे।