बांकुड़ा: बुधवार को बांकुड़ा के शालतोड़ा सेन्टनारी कालेज मैदान के प्रशासनिक जनसभा और परिसेवा प्रदान अनुष्ठान से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि जल्द ही बर्दमान, बांकुड़ा और पुरूलिया के बीच बनेगा शिल्प कारिडोर।
यह कारिडोर बर्दमान के दूर्गापुर, पानागढ़, बांकुड़ा होकर पुरूलिया के रघुनाथपुर तक जाएगा।इस कारिडोर के दोनों तरफ असंख्य शिल्प केन्द्र बनेंगे। इसके द्वारा लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। यहां के नवयुवकों को तकलीफ़ नहीं करनी पड़ेगी। उन्होंने और भी कहा कि वीरभूम जिला के पांचमिं में पृथ्वी का दूसरा सबसे बड़ा कोयले की खान बन रहा है।
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय सरकार ने अनैतिक रूप से इस प्रोजेक्ट का काम बंद कर रखा है। उन्होंने कहा कि अगर इस का काम शुरू हो गया तो परोक्ष और प्रत्यक्षरूप से लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।
सौ दिन के कार्य के प्रसंग में उन्होंने कहा कि ऐसे कई ग्राम पंचायत के इलाके हैं जहां मजूरी देने में तीन महीने तक लगातार जाते हैं। इसलिए राज्य सरकार ने फैसला किया है कि मजूरी
को-ऑपरेटिव बैंक के माध्यम से दी जाएगी। केन्द्र सरकार की समालोचना करते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली केवल बड़े-बड़े भाषण देती है। कभी कहते हैं आधार कार्ड बनाने के लिए,कभी बैंक अकाउंट खोलने की बात करते हैं।
इस दिन मंच से उन्होंने बाम-बीजेपी-कंग्रेस की जम कर समालोचना की। उन्होंने कहा कि ३४ साल तक शासन करने वाली पार्टी ने उधार कर के राज्य को बेच दिया है, जंगल महल को खून से लथपथ कर दिया है, बेकारी बढ़ा दी है। आज वह लोग बीजेपी के साथ हाथ मिला रही है। उन्होंने आत्मविश्वास से भरे लहजे में कहा कि जिस तरह वामपंथी राज्य से विदा हो गए हैं ,उसी तरह बीजेपी भी देश से विदा हो जाएगी।
इस दिन सभा से मुख्यमंत्री ने बांकुड़ा के लिए १८३, पुरूलिया के लिए ६६ प्रकल्पों का उद्घाटन किया और पुरूलिया के लिए ८० नए प्रकल्पों का एलान किया। उनके साथ सभा में इंद्रनील सेन,श्यामल सांतरा, बांकुड़ा के जिला शासक डॉ उमाशंकर एस प्रमुख उपस्थित थे।